जब दुकान खोल ही ली जाये
तो फिर क्यों देखा जाये इधर उधर
बस बेचने की सोची जाये
दुकान का बिक जाये तो बहुत ही अच्छा
नहीं बिके अपना माल किसी और का बेचा जाये
रोज उठाया जाये शटर एक समय
और एक समय आकर गिराया भी जाये
कहाँ लिखा है जरूरी है
रोज का रोज कुछ ना कुछ बिक बिका ही जाये
खरीददार
अपनी जरूरत के हिसाब से
अपनी बाजार की अपनी दुकान पर आये और जाये
दुकानदार
धार दे अपनी दुकानदारी की तलवार को
अकेला ना काट सके अगर बीमार के ही अनार को
अपने जैसे लम्बे समय के
ठोके बजाये साथियों को साथ में लेकर
किसी खेत में जा कर हल जोत ले जाये
कौन देख रहा है क्या बिक रहा है
किसे पड़ी है कहाँ का बिक रहा है
खरीदने की आदत से आदतन कुछ भी कहीं भी खरीदा जाये
माल अपनी दुकान का ना बिके
थोड़ा सा दिमाग लगा कर पैकिंग का लिफाफा बदला जाये
मालिक की दुकान के अंदर खोल कर एक अपनी दुकान
दुकान के मालिक का माल मुफ्त में
एक के साथ एक बेचा जाये
मालिक से की जाये मुस्कुरा कर मुफ्त के बिके माल की बात
साथ में बिके हुऐ दुकान के माल से
अपनी और ठोके पीटे साथियों की पीछे की जेब को
गुनगुने नोटों की गर्मी से थोड़ा थोड़ा रोज का रोज
गुनगुना सेका जाये ।
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