पिता जी
सब गलत सलत
ही सिखा गये
पता नहीं
क्या क्या
उल्टा
क्या क्या
सीधा
बता गये
कुछ भी
तो नहीं
होता यहाँ
उनका जैसा
सिखाया हुआ
कहते
रह गये
जिंदगी भर
उनके
पिता जी
भी उनको
ऐसा ही कुछ
सुना गये
बच्चो मेरे
तुमको भी
वही सब
सिखाने की
कोशिश में
पाँव के
घुटने मेरे
खुद के अपने
हाथों में घूम
फिर उल्टे होकर
वापस
अपनी जगह
पर आ गये
कल
पता है मुझे
मेरे बाद
तुम्हें भी
वही
महसूस होना है
हर
पिता को
अपनी संतानों से
शायद
यही सब कहना है
कुछ लोग
कुछ बातें
इसी तरह की
फालतू
यहाँ वहाँ
सब ही
जगह पर
फैला गये
कुछ
किताबों में
लिख गये
कुछ
घर में
कुछ
अड़ोस पड़ोस में
अपने ही
घर मोहल्ले में
फुसफुसा गये
बस क्या
नहीं कहा
किसी
ने भी
किसी से
कभी भी
उल्टा
करना होता है
दिशा को हमेशा
गर
कोई बताये
सारे के सारे
लोग अच्छे
इस
दुनियाँ के
मर खप के
यहाँ से उधर
और वहाँ गये
उल्टा
होता है सीधा
सीधे
को उल्टा
करना ही
पता नहीं क्यों
पिता जी लोग
संतानों को
बस अपनी
नहीं सिखा गये
हर चीज
दिखती है
अपने
आस पास की
आज उल्टी
कैसे
पूछा जाये
किसी से
उनके
पिता जी को
उनके पिता जी
सीधा
सिखा गये
या उल्टा
सिखा गये ।
चित्र साभार: www.clipartof.com
सब गलत सलत
ही सिखा गये
पता नहीं
क्या क्या
उल्टा
क्या क्या
सीधा
बता गये
कुछ भी
तो नहीं
होता यहाँ
उनका जैसा
सिखाया हुआ
कहते
रह गये
जिंदगी भर
उनके
पिता जी
भी उनको
ऐसा ही कुछ
सुना गये
बच्चो मेरे
तुमको भी
वही सब
सिखाने की
कोशिश में
पाँव के
घुटने मेरे
खुद के अपने
हाथों में घूम
फिर उल्टे होकर
वापस
अपनी जगह
पर आ गये
कल
पता है मुझे
मेरे बाद
तुम्हें भी
वही
महसूस होना है
हर
पिता को
अपनी संतानों से
शायद
यही सब कहना है
कुछ लोग
कुछ बातें
इसी तरह की
फालतू
यहाँ वहाँ
सब ही
जगह पर
फैला गये
कुछ
किताबों में
लिख गये
कुछ
घर में
कुछ
अड़ोस पड़ोस में
अपने ही
घर मोहल्ले में
फुसफुसा गये
बस क्या
नहीं कहा
किसी
ने भी
किसी से
कभी भी
उल्टा
करना होता है
दिशा को हमेशा
गर
कोई बताये
सारे के सारे
लोग अच्छे
इस
दुनियाँ के
मर खप के
यहाँ से उधर
और वहाँ गये
उल्टा
होता है सीधा
सीधे
को उल्टा
करना ही
पता नहीं क्यों
पिता जी लोग
संतानों को
बस अपनी
नहीं सिखा गये
हर चीज
दिखती है
अपने
आस पास की
आज उल्टी
कैसे
पूछा जाये
किसी से
उनके
पिता जी को
उनके पिता जी
सीधा
सिखा गये
या उल्टा
सिखा गये ।
चित्र साभार: www.clipartof.com