कुछ लम्हे मुट्ठी के अंदर
कुछ लम्हे मुट्ठी के बाहर
कुछ लम्हे बिछे सड़क में
कुछ लम्हे तो हो गए शायर
लम्हे लम्हे सिमटा जीवन
लम्हे लम्हे बिखरा जीवन
किसने पकड़े किसने जकड़े
लम्हे बहके लम्हे संभले
मन ही मन
लम्हे दर लम्हे पीड़ा
लम्हे दर लम्हे दुख
कर बस कर वंदन
लम्हे दर लम्हे खुशियां
लम्हे दर लम्हे चंदन
चन्दन
लम्हे चिढ़ के लम्हे गुस्सों के
लम्हे मार पीट के
गिन मधुबन
लम्हे चीर फाड़ के
लम्हे प्यार बाँट के
जोड़ घटा
शबनम शबनम
लम्हे के पीछे मन
लम्हे के आगे तन
लम्हों से बिखरा आँगन
लम्हे पाठक के
बस नव वर्ष का स्वागतम |
चित्र साभार: https://www.youtube.com/watch?v=iFHpIMzVO3Y
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लम्हों से बुना यह जीवन
जवाब देंहटाएंलम्हों से बदलते परिदृश्य
तिथियों के रूनझुन पाँव करते
नववर्ष का स्वागतम्...।
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आने वाला हर लम्हा अति शुभ रहे सर
बहुत सारी शुभकामनाएँ स्वीकार करें।
प्रणाम सर
सादर।
आपकी लिखी रचना सोमवार 2 जनवरी 2023 को
जवाब देंहटाएंपांच लिंकों का आनंद पर... साझा की गई है
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
सादर
धन्यवाद।
संगीता स्वरूप
हर लम्हा खुशियों से भरा हो
जवाब देंहटाएंहर पल मंगलकारी हो
अच्छी लगी रचना
वाक़ई लम्हों से बना है यह जीवन और कभी कभी एक लम्हे में बदल भी जाता है, सुंदर रचना!
जवाब देंहटाएंकुछ लम्हे मुट्ठी के अन्दर, कुछ... बाहर.. लम्हों को रेशा रेशा जीती हुई बहुत कमाल कविता है.
जवाब देंहटाएंलम्हे दर लम्हे पीड़ा
जवाब देंहटाएंलम्हे दर लम्हे दुख
कर बस कर वंदन
लम्हे दर लम्हे खुशियां
लम्हे दर लम्हे चंदन
चन्दन
..वक्त का कितना गूढ़ मर्म ।
अर्थपूर्ण,सुंदर कविता ।
नव वर्ष पर हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई।
लम्हे लम्हे सिमटा जीवन
जवाब देंहटाएंलम्हे लम्हे बिखरा जीवन
किसने पकड़े किसने जकड़े
लम्हे बहके लम्हे संभले
मन ही मन
लम्हें दर लम्हें बदलता जीवन ।
अलग ही अंदाज में लाजवाब सृजन।
नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं ।
लाजवाब!!!
जवाब देंहटाएंलम्हा- लम्हा चलता है जीवन और लम्हा- लम्हा घटता है।लम्हे समय की इकाई है तो जीवन के सबसे बड़े साक्षी।हर बार की तरह एक शानदार प्रस्तुति सुशील जी।नववर्ष आपके लिये शुभ हो मंगलमय हो।हार्दिक शुभकामनाएं 🙏🙏🌺🌺🌹🌹
जवाब देंहटाएंसुंदर कविता
जवाब देंहटाएंनव वर्ष पर हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई।
बहुत सुंदर !
जवाब देंहटाएंलम्हों की अदालत में यूं जीवन गुजर जाता है
लम्हा ही अंत और लम्हा ही शुरुआत बन जाता है।
एक लम्हा वर्ष का अंतिम लम्हा और दूसरा लम्हा वर्ष का प्रथम लम्हा।
ये प्रथम लम्हा आगाज़ लम्हों तक खुशियों से भरे रहे।
नव वर्ष मंगलमय रहे।
लम्हों लम्हों की कहानी को बखूबी नववर्ष के लंबे से जोड़ती रचना … आपको बहुत बधाई नववर्ष की ..
जवाब देंहटाएंनववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ एवं बधाई ।
जवाब देंहटाएंनव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई ll
जवाब देंहटाएंकितने तरह के लम्हे गूंथ कर निर्माण होता है वर्षों का ,यही तो जीवन का ताना-बाना है .
जवाब देंहटाएंनिरंतर लम्हों की दास्ताँ कहती है रचना ... विहत और आगत के बीच उलझे कुछ लम्हे ...
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