रोज
अपना ही
मत गोड़
कभी
उसके
लिये भी
लगा लिया
कर दौड़
इंतजार
सबको है
किसका है
किसे
बताना है
रहने भी दे
छोड़
किस लिये
करता है
इजहार
कुछ
बदलने के
नहीं हैं
यहाँ आसार
लिख
और
लिख कर
हवा में उड़ा
धुआँ देख
खुश हो
मन
मत मार
गुलाब ही
गुलाब हैं
सारे फूल हैं
सब
लिख रहें हैं
सब ही
सुरखाब हैं
कलम घिस्सी
काली सफेद
रहने दे
मत कर
रंगों के
जमाने हैं
रंग ही बस
अब आबाद हैं
ख्वाब देख
सुबह देख
दोपहर में देख
रात में देख
संगीत मान ले
मक्खियों
की भिन भिन
कौन से
पूरे होने हैं
कौन से
अधूरे
रहने हैं
दिखाने
वाले पर
छोड़ दे
चुनाव के
दिन गिन
बेवफाई कर
जिंदा रहेगा
घर में रहेगा
खबर में रहेगा
वफा करेगा
वफादार रहेगा
कोई
कुत्ता कहेगा
बेमौत मरेगा
नशे में लिख
नशा लिख
बस लिखे में
मत लड़खड़ा
'उलूक'
लिखे
लिखाये से
कौन
सा पता
चलना है
किसी के
बारे में
कौन है
क्या है
कितना है
खड़खड़ा।
चित्र साभार www.canstockphoto.com
अपना ही
मत गोड़
कभी
उसके
लिये भी
लगा लिया
कर दौड़
इंतजार
सबको है
किसका है
किसे
बताना है
रहने भी दे
छोड़
किस लिये
करता है
इजहार
कुछ
बदलने के
नहीं हैं
यहाँ आसार
लिख
और
लिख कर
हवा में उड़ा
धुआँ देख
खुश हो
मन
मत मार
गुलाब ही
गुलाब हैं
सारे फूल हैं
सब
लिख रहें हैं
सब ही
सुरखाब हैं
कलम घिस्सी
काली सफेद
रहने दे
मत कर
रंगों के
जमाने हैं
रंग ही बस
अब आबाद हैं
ख्वाब देख
सुबह देख
दोपहर में देख
रात में देख
संगीत मान ले
मक्खियों
की भिन भिन
कौन से
पूरे होने हैं
कौन से
अधूरे
रहने हैं
दिखाने
वाले पर
छोड़ दे
चुनाव के
दिन गिन
बेवफाई कर
जिंदा रहेगा
घर में रहेगा
खबर में रहेगा
वफा करेगा
वफादार रहेगा
कोई
कुत्ता कहेगा
बेमौत मरेगा
नशे में लिख
नशा लिख
बस लिखे में
मत लड़खड़ा
'उलूक'
लिखे
लिखाये से
कौन
सा पता
चलना है
किसी के
बारे में
कौन है
क्या है
कितना है
खड़खड़ा।
चित्र साभार www.canstockphoto.com