मित्रता समपन्न
और विपन्न
के बीच में
चर्चा
जोर शोर की
खबरें आने की
अमीर की
महीने भर की
खबरें जाने की
अमीर की
फिर महीने भर तक
गरीब की झोपड़ी में
गरीबी का उजाला
स्वाभिमानी
कुछ नहीं माँगता
अपने लिये
सम्मानित कर
तो दिया
उसने आकर
कदम से कदम
मिला कर
मातृभाषा से बात
शुरु कर दिल
दिमाग और मन
तक खरीद डाला
जमाना भी
सिखा रहा है
रिश्तों की नई
परिभाषा गढ़ना
अपने घर के
तोड़ कर पड़ोसी
के घर के लिये
बुन लेना सुंदर
फूलों की माला
बातें होना
बातों में
मिठास होना
चेहरे होना
चेहरों पर
मुस्कान होना
बातें सुन सुन कर
बातें समझने
की आदत
बातों बातों में
ही हो लेना
कई जमाने से
कुछ नहीं होते रहने
की आदत को फिर से
कुछ होने की आहटों
में ही डुबो डाला
करामाती अमीरजादों
के राजकुमार के
आने की खुशी में
गरीबजादों के
गरीबखाने की गरीबी
को कितनी आसानी से
चुटकी में चाशनी चाशनी
में डुबो डुबो कर
मिठास से धो डाला
लेते रहिये स्वाद
जीभ में आज कल
परसों और
बरसों के लिये
इंतजार के साथ
चाकलेटी ख्वाबों का
आने वाला है जल्दी ही
हर हाथ में पंद्रह लाख
के बाद का करोड़पति
स्वादिष्ट निवाला ।
चित्र साभार:
और विपन्न
के बीच में
चर्चा
जोर शोर की
खबरें आने की
अमीर की
महीने भर की
खबरें जाने की
अमीर की
फिर महीने भर तक
गरीब की झोपड़ी में
गरीबी का उजाला
स्वाभिमानी
कुछ नहीं माँगता
अपने लिये
सम्मानित कर
तो दिया
उसने आकर
कदम से कदम
मिला कर
मातृभाषा से बात
शुरु कर दिल
दिमाग और मन
तक खरीद डाला
जमाना भी
सिखा रहा है
रिश्तों की नई
परिभाषा गढ़ना
अपने घर के
तोड़ कर पड़ोसी
के घर के लिये
बुन लेना सुंदर
फूलों की माला
बातें होना
बातों में
मिठास होना
चेहरे होना
चेहरों पर
मुस्कान होना
बातें सुन सुन कर
बातें समझने
की आदत
बातों बातों में
ही हो लेना
कई जमाने से
कुछ नहीं होते रहने
की आदत को फिर से
कुछ होने की आहटों
में ही डुबो डाला
करामाती अमीरजादों
के राजकुमार के
आने की खुशी में
गरीबजादों के
गरीबखाने की गरीबी
को कितनी आसानी से
चुटकी में चाशनी चाशनी
में डुबो डुबो कर
मिठास से धो डाला
लेते रहिये स्वाद
जीभ में आज कल
परसों और
बरसों के लिये
इंतजार के साथ
चाकलेटी ख्वाबों का
आने वाला है जल्दी ही
हर हाथ में पंद्रह लाख
के बाद का करोड़पति
स्वादिष्ट निवाला ।
चित्र साभार: