सारे
शरीफ हैं
और
एक भीड़
हो गयी है
शरीफों की
तू
नहीं है
उसमें
और
तुझे
अफसोस
भी नहीं
होना चाहिये
किसलिये
होना है
होना ही
नहीं चाहिये
किसलिये
लपेट कर
बैठा है
कुछ कपड़े
ये
सोच कर
ढक लेंगे
सारा सब कुछ
नंगों का
कुछ नहीं
होना है
नंगा
भगवान होता है
होना भी चाहिये
एक
मन्दिर में
मन्दिर
वालों के
पाले हुऐ
कुछ
कबूतरों ने
बर्थडे
केक काटा
जन्मदिन
होता है
होना है
होना भी चाहिये
मन्दिर
प्राँगण में
शोर मचाया
कुछ
लोगों
ने देखा
जो अब होना चाहिये
हिम्मत
होती ही
नहीं है
शरीफ हैं
और
एक भीड़
हो गयी है
शरीफों की
तू
नहीं है
उसमें
और
तुझे
अफसोस
भी नहीं
होना चाहिये
किसलिये
होना है
होना ही
नहीं चाहिये
किसलिये
लपेट कर
बैठा है
कुछ कपड़े
ये
सोच कर
ढक लेंगे
सारा सब कुछ
नंगों का
कुछ नहीं
होना है
नंगा
भगवान होता है
होना भी चाहिये
एक
मन्दिर में
मन्दिर
वालों के
पाले हुऐ
कुछ
कबूतरों ने
बर्थडे
केक काटा
जन्मदिन
होता है
होना है
होना भी चाहिये
मन्दिर
प्राँगण में
शोर मचाया
कुछ
लोगों
ने देखा
कुछ
बुदबुदाया
और
बुदबुदाया
और
इधर उधर
हो गये
उनमें
मैं भी एक था
आप मत मुस्कुराइये
हो गये
उनमें
मैं भी एक था
आप मत मुस्कुराइये
लिखने
लिखाने से
लिखाने से
कभी कुछ
हुआ है क्या
हुआ है क्या
जो अब होना चाहिये
हिम्मत
होती ही
नहीं है
नंगई
लिखने की
नंगों के
बीच में
रहते हैं
शराफत से
कुछ नंगे
शरीफ
भी कुछ
हम जैसे
शराफत से
नंगई
छिपाते हुऐ
कुछ
कहना है
कुछ नहीं
कहना है
कहना भी नहीं चाहिये
सारा
सब कुछ
लिख भी
दिया जाये
तो भी क्या होना है
सबने
अपनी अपनी
औकात का रोना है
लिखना पढ़ना
पढ़ना लिखना
दो चारों के बीच
ही तो होना है
घर घर में
लगे हैं
ग़णेश जी के चूहे
उन्होने ही
सारा
सब कुछ
खोद देना है
‘उलूक’
गिरते
मकान को
छोड़ने की
सोचने से पहले
गणेश
की भी
और
उसके
चूहों की भी
जय जयकार
करते हुऐ
अब सबको रोना है
रोना भी चाहिये।
चित्र साभार: http://paberish.me/clip-art-of-owl-on-book/clip-art-of-owl-on-book-read-birthday-cake-ideas
लिखने की
नंगों के
बीच में
रहते हैं
शराफत से
कुछ नंगे
शरीफ
भी कुछ
हम जैसे
शराफत से
नंगई
छिपाते हुऐ
कुछ
कहना है
कुछ नहीं
कहना है
कहना भी नहीं चाहिये
सारा
सब कुछ
लिख भी
दिया जाये
तो भी क्या होना है
सबने
अपनी अपनी
औकात का रोना है
लिखना पढ़ना
पढ़ना लिखना
दो चारों के बीच
ही तो होना है
घर घर में
लगे हैं
ग़णेश जी के चूहे
उन्होने ही
सारा
सब कुछ
खोद देना है
‘उलूक’
गिरते
मकान को
छोड़ने की
सोचने से पहले
गणेश
की भी
और
उसके
चूहों की भी
जय जयकार
करते हुऐ
अब सबको रोना है
रोना भी चाहिये।
चित्र साभार: http://paberish.me/clip-art-of-owl-on-book/clip-art-of-owl-on-book-read-birthday-cake-ideas