उलूक टाइम्स: जात
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शनिवार, 4 मई 2024

‘उलूक’ लगा रहेगा आदतन बकवास करने यहाँ गोदी पर बैठे उधर सारे यार लिखेंगे

 
माहौल पर नहीं लिखेंगे कुछ भी
कुछ इधर की लिखेंगे कुछ उधर की लिखेंगे
वो कुछ अपनी लिखेंगे हम कुछ अपनी लिखेंगे
लिखेंगे और रोज कुछ लिखेंगे

धूप बहुत तेज है हो लू से मरे आदमी मरे
हम पेड़ पर लिखेंगे उसकी छाँव पर लिखेंगे
आंधी से उड़ गयी हो छतें गरीबों की रहने दें
हम ठंडी हवा लिखेंगे और गाँव लिखेंगे

कोई झूठ बोले बोलता रहे हम सच पर लिखेंगे
सच की वकालत पर लिखेंगे हम पड़ताल  लिखेंगे
मर रहे हैं लोग बीमारियों से मरें और मरते रहें
हम लिखे में अपने सारे हस्पताल लिखेंगे

तीन बंदरों की नयी बात लिखेंगे
गांधी और नेहरू को पडी लात की सौगात लिखेंगे
तीन बंदरों को   खुद ही सुधार लेने को
उनकी औकात लिखेंगे उनकी जात लिखेंगे

लिखेंगे दिखेंगे पढेंगे
दो चार पांच को ले जाकर रोज सुबह
बेरोकटोक सूबेदार लिखेंगे
‘उलूक’ लगा रहेगा आदतन बकवास करने यहाँ
गोदी पर बैठे उधर सारे यार लिखेंगे
चित्र साभार: https://www.shutterstock.com/

बुधवार, 3 सितंबर 2014

कतार बनाना सीख जाता तो तेरा भी बेड़ा पार हो जाता


कतार में लगी हो कोई भी चीज
तो सभी को बहुत अच्छी लगती है

और हर जगह के
कुछ लोग बहुत माहिर होते हैं कतार बनवाने में

ऐसे सभी कतार बनाने वाले 
जानते हैं बहुत अच्छी तरह एक दूसरे को 

इन सब कतार बनाने वालों की रिश्तेदारियाँ
कभी जात हो जाती है
कभी इलाका हो जाता है
कभी धर्म हो जाता है
मजे की बात है कभी कभी सकर्म हो जाता है

कतार बनाने वाले पहचानते हैं
कौन सबसे अच्छी कतार बनाता है

कतार बनाने की इच्छा पूरी करने के लिये
एक कतार बनाने वाला
दूसरे कतार बनाने वाले के पास ही जाता है

कतारें देख कर कतार बनाने वाले
कभी सीखते हैं कतार बनाना 
और
अपनी अपनी कतार की कमिंयों को दूर कर ले जाना

लेकिन ये सारे कतारें बनाने वाले
कभी किसी कतार में नहीं होते हैं
सही बात भी है
हलवाई भी कहाँ खाता है अपनी बनाई हुई मिठाई
और
इसमें कहाँ कहा जा सकता है कि है कोई भी बुराई

पता नहीं तुम्हारे जमाने में क्या होता होगा
पर मेरे जमाने में हर दूसरा आदमी
जो अपनी जिंदगी में कभी भी
किसी कतार में शामिल नहीं हो पाता है
कतार बना ही ले जाता है

और जो कतार में चला जाता है 
पूरी जिंदगी कतार से बाहर नहीं आ पाता है

उसके लिये लैफ्ट लैफ्ट रह जाता है
और राईट राईट रह जाता है

‘उलूक’ को अपने चारों ओर दिखाई देते हैं
बस और बस कतार बनाने वाले
और फिर भी बेचारा
ना कतार बनाना सीख पाता है
ना ही किसी कतार में शामिल ही हो पाता है ।

चित्र साभार: http://www.shutterstock.com/