मत सोच
हम
हैं ना
सोचने के लिये
मत बोल
हम
बोल तो रहे हैं
मत देख
दिख रहा है
की
गलतफहमी
मत पाल
हम
देख रहे हैं
बता देंगे
खुद देख कर
क्या करेगा
वैसे भी
खुद
सोच लेना
पाप हो चुका है
देखना
और
दिख रहा है
मान लेना
उससे बड़ा
पाप बन गया है
बोलना
सोच कर
दिख रहे के
ऊपर कुछ
महापाप है
बल्कि
सबसे बड़ा
साँप कहिये
या
समझ लीजिये
खुद को
खुद दिया गया
एक श्राप है
मान लिया
देख भी लिया
तूने
सब कुछ
या
थोड़ा कुछ भी
और
सोच भी लिया
चल
लगा कर
कुछ
अपना दिमाग ही
कोई बात नहीं
बोलना
शुरु
मत कर देना
कर भी देगा
तो भी
क्या होना
हम हैं ना
बोये हुऐ
उसके
उगे हुऐ उसके लिये
घेर लेंगे
जबान
खुलते ही तेरी
बेकार
में ही
हतोत्साहित
करना पड़ेगा
हम
एक नहीं उगे हैं
भीड़
हो चुके हैं
बच नहीं सकेगा
बोलने से
पहले
गिर पड़ेगा
अपनी ही नजर में
समझदारी कर
मान ले
कुछ नहीं
दिख रहा है
मान ले
कुछ नहीं
सुन रहा है
मान ले
सोच में
कीड़ा
लग चुका है
हम हैं ना
बता
तो रहे हैं
क्या देखना है
हम हैं ना
समझा
तो रहे हैं
क्या सोचना है
पूछ लेगा
बोलने
से पहले
अगर
‘उलूक’
लिखने लिखाने
पर
ईनाम भी
भारी मिलेगा
उस की
जय जय
हमारी भी
जय जय
के साथ
तेरी
किस्मत का
नया एक अध्याय
शुरु होगा
चैन से
जीने
दिया जायेगा
भीड़ के
चेहरे में
तेरा चेहरा
मिलमिला कर
एक
इतिहास नया
गुलामों
की मुक्ति का
फिर से
हमारा
जैसा
कोई एक
भीड़
में से
ही लिखेगा।
चित्र साभार: http://www.picturesof.net
मत बोल
हम
बोल तो रहे हैं
मत देख
दिख रहा है
की
गलतफहमी
मत पाल
हम
देख रहे हैं
बता देंगे
खुद देख कर
क्या करेगा
वैसे भी
खुद
सोच लेना
पाप हो चुका है
देखना
और
दिख रहा है
मान लेना
उससे बड़ा
पाप बन गया है
बोलना
सोच कर
दिख रहे के
ऊपर कुछ
महापाप है
बल्कि
सबसे बड़ा
साँप कहिये
या
समझ लीजिये
खुद को
खुद दिया गया
एक श्राप है
मान लिया
देख भी लिया
तूने
सब कुछ
या
थोड़ा कुछ भी
और
सोच भी लिया
चल
लगा कर
कुछ
अपना दिमाग ही
कोई बात नहीं
बोलना
शुरु
मत कर देना
कर भी देगा
तो भी
क्या होना
हम हैं ना
बोये हुऐ
उसके
उगे हुऐ उसके लिये
घेर लेंगे
जबान
खुलते ही तेरी
बेकार
में ही
हतोत्साहित
करना पड़ेगा
हम
एक नहीं उगे हैं
भीड़
हो चुके हैं
बच नहीं सकेगा
बोलने से
पहले
गिर पड़ेगा
अपनी ही नजर में
समझदारी कर
मान ले
कुछ नहीं
दिख रहा है
मान ले
कुछ नहीं
सुन रहा है
मान ले
सोच में
कीड़ा
लग चुका है
हम हैं ना
बता
तो रहे हैं
क्या देखना है
हम हैं ना
समझा
तो रहे हैं
क्या सोचना है
पूछ लेगा
बोलने
से पहले
अगर
‘उलूक’
लिखने लिखाने
पर
ईनाम भी
भारी मिलेगा
उस की
जय जय
हमारी भी
जय जय
के साथ
तेरी
किस्मत का
नया एक अध्याय
शुरु होगा
चैन से
जीने
दिया जायेगा
भीड़ के
चेहरे में
तेरा चेहरा
मिलमिला कर
एक
इतिहास नया
गुलामों
की मुक्ति का
फिर से
हमारा
जैसा
कोई एक
भीड़
में से
ही लिखेगा।
चित्र साभार: http://www.picturesof.net