उलूक टाइम्स

मंगलवार, 26 नवंबर 2013

कर कुछ भी कर बात कुछ और ही कर


कुछ इधर 
की
बात कर 

कुछ उधर 
की
बात कर 

करना बहुत 
जरूरी है 

बेमतलब 
की
बात कर 

समझ में 
कुछ आये 
कहा कुछ 
और
ही जाये

बातों की 
हो बस बात 
कुछ ऐसी
ही
बात कर 

इससे करे 
तो
उसकी 
बात कर 

उससे करे 
तो
इसकी 
बात कर 

जब हों 
आमने 
सामने 
ये वो 

तो
मौसम 
की
बात कर 

कुछ भी 
करना 
हो
कर 

जैसे भी 
करना 
हो
कर 

बात करनी 
ही
पड़े

तो
कुछ नियम 
की
बात कर 

थोड़ी चोरी 
भी
कर 

कुछ 
बे‌ईमानी 
भी
कर 

बात पूरी 
की
पूरी 

ईमानदारी 
की
कर 

इसके पीने 
की
कर 

उसके पीने 
की
कर 

खुद
की 
बोतल में 

गंगाजल 
होने
की 
बात कर 

कहीं भी 
आग लगा 

जो
मन में 
आये जला 

आसमान 
से

बरसते 
हुऐ पानी 
की
बात कर 

अपनी भूख 
को बढ़ा 

जितना
खा 
सकता है
खा 

बात भूखे 
की
कर 

बात गरीबों 
की
कर 

 बात 
करनी है 
जितनी
भी 
चाहे तू
कर 

बात करने 
पर ही 
नहीं लगता 
है कर 

यहां कोई 
बात कर 

वहां कोई 
बात कर 

बाकी पूछे 
कोई कभी

कहना
ऊपर 
वाले से
डर ।