ये
फीड बैक भी
एक
गजब का
काँसेप्ट होता है
अपने
बारे में
वैसे भी
कौन
किसी से
कुछ पूछता है
फीड बैक
का मतलब
प्रतिक्रिया
होता है
गूगल बाबा
आसानी से
समझा जाता है
पर
हिन्दी
रूपाँतरण में
मजा नहीं आता है
कहाँ
पता होता है
कौन क्या होता है
देखने से
कुछ
पता नहीं
चल पाता है
साथ
रहने पर
भी धोखा
खाया
जाता है
आदमी
की फितरत
होती है
आईना
हाथ में लेकर
वो अपनी
छोड़ कर
सामने
वाले की
फितरत
उसमें देखना
चाहता है
इसे
फीड बैक
कहा जाता है
फीड बैक
आप
के द्वारा
प्रयोग किये
जाने वाले
वाहन के
वाहन चालक
से भी
लिया जाता है
फीड बैक
आपके
घर के
सफाई
कर्मचारी
से उसकी
तबीयत
के बारे में
पूछ कर
पूछ लिया
जाता है
फीड बैक
आपकी
कामवाली
के काम की
प्रशंशा
कर के भी
खोद दिया
जाता है
ये
फीडबैक
गजब का
काँसेप्ट
हो जाता है
जब एक
फेसबुक
का मित्र
आपको
आपके
बारे में
आपकी ही
गली के
कुत्तों से
पूछ कर
कुछ आपके
भौंकने के
बारे में
आपको ही
बता ले जाता है
फीड बैक
हिन्दी नहीं है
लेकिन हिन्दी में
उसके अर्थ से
वो मजा नहीं
आ पाता है
जो फीड बैक
आपको समझा
ले जाता है
हर कोई
लगा होता है
फीड बैक लेने में
खुद का भी
अगर हो सके
लेकिन
अविश्वास का
कोई तोड़
अभी तक
बाजार में
बिकता नजर
नहीं आता है
‘उलूक’
फीड बैक लेना
तुझे नहीं आता है
तेरा
फीड बैक मगर
अगर
एक सम्मानित
लेना चाहता है
तो अपना कॉलर
तू क्यों नहीं उठाता है ?
चित्र साभार: www.dreamstime.com/
फीड बैक भी
एक
गजब का
काँसेप्ट होता है
अपने
बारे में
वैसे भी
कौन
किसी से
कुछ पूछता है
फीड बैक
का मतलब
प्रतिक्रिया
होता है
गूगल बाबा
आसानी से
समझा जाता है
पर
हिन्दी
रूपाँतरण में
मजा नहीं आता है
कहाँ
पता होता है
कौन क्या होता है
देखने से
कुछ
पता नहीं
चल पाता है
साथ
रहने पर
भी धोखा
खाया
जाता है
आदमी
की फितरत
होती है
आईना
हाथ में लेकर
वो अपनी
छोड़ कर
सामने
वाले की
फितरत
उसमें देखना
चाहता है
इसे
फीड बैक
कहा जाता है
फीड बैक
आप
के द्वारा
प्रयोग किये
जाने वाले
वाहन के
वाहन चालक
से भी
लिया जाता है
फीड बैक
आपके
घर के
सफाई
कर्मचारी
से उसकी
तबीयत
के बारे में
पूछ कर
पूछ लिया
जाता है
फीड बैक
आपकी
कामवाली
के काम की
प्रशंशा
कर के भी
खोद दिया
जाता है
ये
फीडबैक
गजब का
काँसेप्ट
हो जाता है
जब एक
फेसबुक
का मित्र
आपको
आपके
बारे में
आपकी ही
गली के
कुत्तों से
पूछ कर
कुछ आपके
भौंकने के
बारे में
आपको ही
बता ले जाता है
फीड बैक
हिन्दी नहीं है
लेकिन हिन्दी में
उसके अर्थ से
वो मजा नहीं
आ पाता है
जो फीड बैक
आपको समझा
ले जाता है
हर कोई
लगा होता है
फीड बैक लेने में
खुद का भी
अगर हो सके
लेकिन
अविश्वास का
कोई तोड़
अभी तक
बाजार में
बिकता नजर
नहीं आता है
‘उलूक’
फीड बैक लेना
तुझे नहीं आता है
तेरा
फीड बैक मगर
अगर
एक सम्मानित
लेना चाहता है
तो अपना कॉलर
तू क्यों नहीं उठाता है ?
चित्र साभार: www.dreamstime.com/