जमघट
हर जगह
एक नहीं
कई सारे
एक जैसी
आकाँक्षाऐं
एक जैसी
महत्वाकाँक्षाऐं
एक सी
आवाजें
और शोर
तीखे संगीत
और गीतों के
सायों से कहीं
दूर बहुत दूर
कुकर्म की
उर्जा का जोर
सियार
एक नहीं
बहुत सारे
एक हो कर
कुचलने
को आमादा
तिमिर से
ढक कर
निचोड़ कर
हर नई भोर
कहाँ कहाँ
देखे कोई
क्या कुछ सोचे
क्या करे कोई
हताशा
अपने आस पास
बहुत नजदीक भी
हताशा
दूर बहुत दूर
उसी तरह की वही
क्रूरता
लालच
बेरहमी की
जय जयकार
से खुश हो रहे
लोग दर लोग
फिर से
एक बार
कुचल दी गई
हत्या कर
एक और
आवाज
बोलने
लिखने की
आजादी को
करने के
लिये कमजोर
पर रुक
नहीं पाये
कभी
इस तरह
दीवानों
के कारवाँ
उठ
खड़े होंगे
तेरे जैसे
एक नहीं
हजारों
हजारों
कई ओर
श्रद्धांजलि
नम आँखों
के साथ
निलॉय नील
शहादत
मारेगी
जरूर
तुम्हारी
बहुत जोर
उठेगी
आवाजें
उसी तरह
सत्य की
सत्य के लिये
बहुत सारी
पुरजोर
श्रद्धांजलि
और नमन
की आवाज है
आज हर ओर ।
चित्र साभार: www.patrika.com
हर जगह
एक नहीं
कई सारे
एक जैसी
आकाँक्षाऐं
एक जैसी
महत्वाकाँक्षाऐं
एक सी
आवाजें
और शोर
तीखे संगीत
और गीतों के
सायों से कहीं
दूर बहुत दूर
कुकर्म की
उर्जा का जोर
सियार
एक नहीं
बहुत सारे
एक हो कर
कुचलने
को आमादा
तिमिर से
ढक कर
निचोड़ कर
हर नई भोर
कहाँ कहाँ
देखे कोई
क्या कुछ सोचे
क्या करे कोई
हताशा
अपने आस पास
बहुत नजदीक भी
हताशा
दूर बहुत दूर
उसी तरह की वही
क्रूरता
लालच
बेरहमी की
जय जयकार
से खुश हो रहे
लोग दर लोग
फिर से
एक बार
कुचल दी गई
हत्या कर
एक और
आवाज
बोलने
लिखने की
आजादी को
करने के
लिये कमजोर
पर रुक
नहीं पाये
कभी
इस तरह
दीवानों
के कारवाँ
उठ
खड़े होंगे
तेरे जैसे
एक नहीं
हजारों
हजारों
कई ओर
श्रद्धांजलि
नम आँखों
के साथ
निलॉय नील
शहादत
मारेगी
जरूर
तुम्हारी
बहुत जोर
उठेगी
आवाजें
उसी तरह
सत्य की
सत्य के लिये
बहुत सारी
पुरजोर
श्रद्धांजलि
और नमन
की आवाज है
आज हर ओर ।
चित्र साभार: www.patrika.com