जरूरी होते हैं
प्रायश्चित भी
उतने ही
जरूरी होते हैं
जितना
जरूरी होता है
होना
किसी का
किसी
खास जगह पर
प्रायश्चित भी
उतने ही
जरूरी होते हैं
जितना
जरूरी होता है
होना
किसी का
किसी
खास जगह पर
कोई एक
पंक्ति
पंक्तियों
के बीच से
चुन कर
मन मौज से
खड़े हो लेना
कहीं भी
पीड़ा
देता ही है
कभी ना कभी
कितनी
निर्भर करता है
पीड़ित की
औकात पर
किसी
मजबूत के
नाम की लाठी
लिये हुऐ
मजबूती
के साथ खड़े
कमजोर लोगों
के बीच
मजबूत
टाँगों की सोच के
लोगों को
येन केन
प्रकारेण
हतोत्साहित
करने की
कोशिश में
सतत लगे
अपनी
कमजोर
इरादों की
मजबूत टाँगों
के भरोसे
जा कर खड़े
हो लेने वाले
होशियार लोगों का
कोई
कुछ नहीं
बिगाड़ सकता है
गिरोह
बहुत
सम्मानित
शब्द
हो चुका है
कभी किसी
शुभाकाँक्षी
के द्वारा
कुछ पाने के लिये
कुछ खोना पड़ता है
समझाया गया
समझते समझते
सालों बीतते
बहुत कुछ पागये
कुछ
सौभाग्यशालियों ने
समझा दिया होता है
हौले हौले से
कुछ नहीं
करते चले जाते हुऐ
पहुँच लेना
वहाँ तक
जहाँ पहुँच कर
जरूरी हो जाता है
प्रायश्चित
कर लेना
बता बता
कर
पंक्तियों के
बीच के अर्थों में
कि
गुजर लेने
से पहले भी
खुद का
तर्पण कर लेना
सबसे समझदारी
यानि
अक्ल का काम
माना जाता है ‘उलूक’
बाकी तेरी मरजी।
चित्र साभार: www.stockunlimited.com
येन केन
प्रकारेण
हतोत्साहित
करने की
कोशिश में
सतत लगे
अपनी
कमजोर
इरादों की
मजबूत टाँगों
के भरोसे
जा कर खड़े
हो लेने वाले
होशियार लोगों का
कोई
कुछ नहीं
बिगाड़ सकता है
गिरोह
बहुत
सम्मानित
शब्द
हो चुका है
कभी किसी
शुभाकाँक्षी
के द्वारा
कुछ पाने के लिये
कुछ खोना पड़ता है
समझाया गया
समझते समझते
सालों बीतते
बहुत कुछ पागये
कुछ
सौभाग्यशालियों ने
समझा दिया होता है
हौले हौले से
कुछ नहीं
करते चले जाते हुऐ
पहुँच लेना
वहाँ तक
जहाँ पहुँच कर
जरूरी हो जाता है
प्रायश्चित
कर लेना
बता बता
कर
पंक्तियों के
बीच के अर्थों में
कि
गुजर लेने
से पहले भी
खुद का
तर्पण कर लेना
सबसे समझदारी
यानि
अक्ल का काम
माना जाता है ‘उलूक’
बाकी तेरी मरजी।
चित्र साभार: www.stockunlimited.com