शहीद राजेंद्र सिंह बुंगला |
जय हिन्द
भारत माता
की
जय
जय
वन्दे मातरम
हवाई यात्रा
करते हुऐ
एक
कॉफिन बॉक्स
एक
पत्थर से
पत्थर से
कूटी गयी
लाश
लाश
यात्रा
से
थकी हुयी
जैट लैग
से
से
कुछ
बंदूकें
बंदूकें
सलामी
मंत्री
मुख्य मंत्री
प्रधान मंत्री
संत्री
के
चित्रो से
के
चित्रो से
भरे
अखबार
अखबार
के
समाचार
समाचार
गर्व
करने
करने
साझा करने
के
आदेश
आदेश
पालन
ना
ना
करने पर
कुछ
महत्वपूर्ण
महत्वपूर्ण
जैसे
धरम
छीन लेने
की
गीदड़ भभकी
के
बीच
बीच
बहुत
दूर कहीं
पहाड़ी
गरीब
माँ बाप
माँ बाप
याद
करते हुऐ
अपने
खून को
खून को
उसके
जुनून को
जुनून को
उसी
बच्चे की
बच्चे की
जिद पर
बेच दिये गये
रोजी रोटी
दिलाने
वाले
घोड़े
सुकून को
घोड़े
सुकून को
दो तीन
दिन
दिन
की
कहानी
कहानी
जैसे
एक चिट्ठे
पर
छपी
एक
छपी
एक
पोस्ट की
जवानी
जवानी
एक
वक्तव्य
वक्तव्य
सेनाध्यक्ष
का
का
देख लेने
की
धमकी का
पत्थर
मार कर
मार कर
कत्ल
कर दिये गये
कर दिये गये
सपने
पर
सियासत
कुछ
मालायें
मालायें
कुछ
मूर्तियाँ
मूर्तियाँ
कुछ
जयजयकार
जयजयकार
एक
खींच कर
खींच कर
लम्बा
कर दिये गये
स्प्रिंग
का दोलन
का दोलन
एक
आन्दोलन
पत्थर से मर रहे जवान
वन्दे मातरम
बुलवा तो रहा है
कोई
कोई
देख रहा है
उसे
आज
पूरा हिंदुस्तान
पूरा हिंदुस्तान
‘उलूक’
बेवकूफ
बेवकूफ
हमेशा की तरह
अंगूठा चूस
सोचते हुऐ
उसे
लेमनचूस
लेमनचूस
नतमस्तक
चरणों में
लिखा
उसका
उसका
नहीं
समझ पाने वाले
समझ पाने वाले
पाठकों
के लिये
बनाता
हमेशा
की तरह
बकवासों
को
को
मिला मिला
कर
कर
कोई जूस
सोचता हुआ
बकवास
करने वालों
की
की
कोई नहीं
होती है
पूछ
पूछ
जय हिन्द
भारत माता
की जय
की जय
वन्दे मातरम
की
की
जरूरी है
बहुत
बहुत
कब्रगाहों
में
भी गूँज।
में
भी गूँज।