चेहरे दर चेहरे
कुछ
लाल होते हैं
लाल होते हैं
कुछ होते हैं
हरे
हरे
कुछ
बदलते हैं
बदलते हैं
मौसम के साथ
बारिश में
होते हैं
गीले
गीले
धूप में हो
जाते हैं
पीले
पीले
चेहरे चेहरे
देखते हैं
छिपते हुवे
चेहरे
चेहरे
पिटते हुवे
चेहरे
चेहरे
चेहरों
को कोई
को कोई
फर्क पढ़ना
मुझे नजर
नहीं आता है
मेरा चेहरा
वैसे भी
चेहरों को
नहीं भाता है
चेहरा शीशा
हो जाता है
चेहरा
चेहरे को
चेहरे को
देखता तो है
चेहरे में चेहरा
दिखाई दे जाता है
चेहरे
को चेहरा
को चेहरा
नजर नहीं आता है
चेहरा अपना
चेहरा देख कर
ही
ही
मुस्कुराता है
खुश हो जाता है
सबके
अपने अपने
चेहरे हो जाते हैं
चेहरे
किसी के
चेहरे को
किसी के
चेहरे को
देखना कहाँ
चाहते हैं
चेहरे बदल
रहे हैं रंग
किसी
को दिखाई
नहीं देते हैं
चेहरे
चेहरे को
चेहरे को
देखते जा रहे हैं
चेहरे अपनी
घुटन मिटा रहे हैं
चेहरे
चेहरे को
चेहरे को
नहीं देख पा रहे हैं
चेहरे पकड़े
नहीं जा रहे हैं
चेहरे चेहरे
को
भुना रहे हैं
भुना रहे हैं
चेहरे दर चेहरे
कुछ
लाल होते हैं
लाल होते हैं
कुछ होते हैं
हरे
हरे
कुछ
बदलते हैं
बदलते हैं
मौसम के साथ
बारिश में
होते हैं गीले
धूप में हो
जाते हैं पीले।