वो कल नंगा
हो गया था
आज उसे
कुछ याद नहीं
हंस रहा है
आज सुबह से
सामने खड़े हुवे
नंगो को
देख देख कर
बिना कपड़ों के
भूखे की रोटी
छीन कर खाने
मरीज की
दवा बेच कर
उसे ऊपर पहुंचाने
में माहिर होने के
आरोपों के मेडल
छाती से चिपकाये
आज भौंक रहा है
सुबह से उन्ही
भाई भतीजों पर
जिनको आज उसने
इस लायक बना के
यहां तक आने के
लिये तैयार किया है
उससे दो
कदम आगे
पहुंचने वाले
उसके शागिर्द
काट खा रहे हैं
एक दूसरे को
खुले आम
कर रहे हैं
वो काम
जो उसने
भी किया
चुटकी में
पटक दिया
अपने सांथी को
बिना भनक लगे
सुना था
देख
भी लिया
गुरू सब
दाँव सिखाता है
एक को
छोड़ कर
अपने बचाव
के लिये।
हो गया था
आज उसे
कुछ याद नहीं
हंस रहा है
आज सुबह से
सामने खड़े हुवे
नंगो को
देख देख कर
बिना कपड़ों के
भूखे की रोटी
छीन कर खाने
मरीज की
दवा बेच कर
उसे ऊपर पहुंचाने
में माहिर होने के
आरोपों के मेडल
छाती से चिपकाये
आज भौंक रहा है
सुबह से उन्ही
भाई भतीजों पर
जिनको आज उसने
इस लायक बना के
यहां तक आने के
लिये तैयार किया है
उससे दो
कदम आगे
पहुंचने वाले
उसके शागिर्द
काट खा रहे हैं
एक दूसरे को
खुले आम
कर रहे हैं
वो काम
जो उसने
भी किया
चुटकी में
पटक दिया
अपने सांथी को
बिना भनक लगे
सुना था
देख
भी लिया
गुरू सब
दाँव सिखाता है
एक को
छोड़ कर
अपने बचाव
के लिये।
बहुत ही उम्दा पोस्ट,बधाई आप को
जवाब देंहटाएंbahut hi badhiya rachna hai!
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