नजर से नजर मिलाता है
नजर की नजर से मार खाता है
महफिल वो इसीलिये सजाता है
बुला के तुझको वहाँ ले जाता है
नजरों के खेल का इतना माहिर है
तुझे पता है कितना शातिर है
तुझ को पता नहीं क्या हो जाता है
चुंबक सा उसके पीछे चला जाता है
सबको पहले से ही बतायेगा
उसके इक इशारे पे चला आयेगा
इस बार फिर से महफिल सजायेगा
तुझको हमेशा की तरह बुलायेगा
सब मिलकर नजर से नजर मिलायेंगे
तुझे कुछ भी नहीं कभी बतायेंगे
तुझको तेरी नजर से गिरायेंगे
पर तू तो खुदा हो जाता है
खुदा कहां नजर बचाता है
मिला कर नजर मिलाता है।
शायद कुछ भटक गया हूँ |
जवाब देंहटाएंक्षमा करें ।
बेहद खूबसूरत पोस्ट पर अपने आप कुछ रचा जाता है ।
लल्लो-चप्पो चाहता, यह अदना इंसान ।
मठ-मंदिर में जा फंसे, इसी हेतु भगवान् ।।
इसी हेतु भगवान्, मिले न उनको फुर्सत।
बन जाते मेहमान, चढ़ाए जो भी रिश्वत ।
है नजरों का खेल, भेंट करिए नजराना ।
बढे हमेशा मेल, रहेगा आना जाना ।।
बहुत खूब।
जवाब देंहटाएंजो भी हो ! खुदा की नजर से कोई नहीं बच पाया है,
जवाब देंहटाएंसुंदर अभिव्यक्ति.......आभार.
अरवीला रविकर धरे, चर्चक रूप अनूप |
जवाब देंहटाएंप्यार और दुत्कार से, निखरे नया स्वरूप ||
आपकी टिप्पणियों का स्वागत है ||
बुधवारीय चर्चा-मंच
charchamanch.blogspot.com
बढ़िया रचना!
जवाब देंहटाएंनजर उतारना बहुत जरूरी है!
वाह!
जवाब देंहटाएंStudy MBBS in Philippines
जवाब देंहटाएंStudents are mostly confused now with all the countries and consultancies offering attractive fees and exaggerating all the conditions available in the universities. When it comes to all the other countries that are offering “study MBBS abroad” for years have their own Pros and cons. Every single student willing to study MBBS abroad should have personal research and a thorough understanding of the various countries and universities in general.