अंडे
एक टोकरी के
अपने को बस
चरित्रवान दिखाते हैं
दूसरी
टोकरी की
मालकिन को
चरित्रहीन बताते हैं
कल
दूसरी टोकरी
के अंडों ने
पहली के
एक अंडे को
फुसला लिया
चरित्रवान अंडा
चरित्रहीन
कहलाये
जाने वाले
अंडों मेंं
मिला लिया
इधर का
एक अंडा
उधर के
एक अंडे का
रिश्तेदार भी
बताया जाता है
पहली बार
उसने चुराया था
इस बार ये वाला
बदला ले जाता है
आमलेट
बनाने वाले भी
दो तरह के
पाये जाते है
एक
माँसाहारी
दूसरे
माँस के पुजारी
बताये जाते हैं
अंडा
फोड़ों का
हर बार
इन्ही
बातों पर
झगड़ा
हो जाता है
ये
झगड़ा करते
रह जाते हैं
इस बीच
इनका
अपना अंडा
इनको ही
धोखा
दे जाता है
अब
पहली
टोकरी में
अंडा
जगह खाली
करके आया है
दूसरी
टोकरी का अंडा
ये बात
मुर्गी रानी को
पहुंचाके आया है
छ:
महीने के भीतर
एक
नया अंडा
मुर्गी लेकर आयेगी
अंडे
से अंडा
लड़वाया जायेगा
जो
जीत जायेगा
उसे टोकरी
का राजा
बनवाया जायेगा
आमलेट
बनाने वाले
फिर
लंगोट पहन
कर आयेंगे
चरित्र दिखा
कर लाइन के
इधर उधर जायेंगे
कब्बडी
एक बार
फिर से
मैदान में
खेली जायेगी
मैदान
के बाहर
अंडे की बोली
लगायी जायेगी
अंडों
के पोस्टर भी
बड़े बड़े
छपवाये जायेंगे
अंडे
उछलते रहेंगे
टोकरी वालों को
गंजा कर चले जायेंगे
अंडे
इस टोकरी से
उस
टोकरी में जायेंगे
टोकरी वाले
अपनी
धोती को
खिसकते हुवे
फिर से
पकड़ कर
खिसियायेंगे।
एक टोकरी के
अपने को बस
चरित्रवान दिखाते हैं
दूसरी
टोकरी की
मालकिन को
चरित्रहीन बताते हैं
कल
दूसरी टोकरी
के अंडों ने
पहली के
एक अंडे को
फुसला लिया
चरित्रवान अंडा
चरित्रहीन
कहलाये
जाने वाले
अंडों मेंं
मिला लिया
इधर का
एक अंडा
उधर के
एक अंडे का
रिश्तेदार भी
बताया जाता है
पहली बार
उसने चुराया था
इस बार ये वाला
बदला ले जाता है
आमलेट
बनाने वाले भी
दो तरह के
पाये जाते है
एक
माँसाहारी
दूसरे
माँस के पुजारी
बताये जाते हैं
अंडा
फोड़ों का
हर बार
इन्ही
बातों पर
झगड़ा
हो जाता है
ये
झगड़ा करते
रह जाते हैं
इस बीच
इनका
अपना अंडा
इनको ही
धोखा
दे जाता है
अब
पहली
टोकरी में
अंडा
जगह खाली
करके आया है
दूसरी
टोकरी का अंडा
ये बात
मुर्गी रानी को
पहुंचाके आया है
छ:
महीने के भीतर
एक
नया अंडा
मुर्गी लेकर आयेगी
अंडे
से अंडा
लड़वाया जायेगा
जो
जीत जायेगा
उसे टोकरी
का राजा
बनवाया जायेगा
आमलेट
बनाने वाले
फिर
लंगोट पहन
कर आयेंगे
चरित्र दिखा
कर लाइन के
इधर उधर जायेंगे
कब्बडी
एक बार
फिर से
मैदान में
खेली जायेगी
मैदान
के बाहर
अंडे की बोली
लगायी जायेगी
अंडों
के पोस्टर भी
बड़े बड़े
छपवाये जायेंगे
अंडे
उछलते रहेंगे
टोकरी वालों को
गंजा कर चले जायेंगे
अंडे
इस टोकरी से
उस
टोकरी में जायेंगे
टोकरी वाले
अपनी
धोती को
खिसकते हुवे
फिर से
पकड़ कर
खिसियायेंगे।
आपकी कविता में मारक व्यंग्य क्षमता है...
जवाब देंहटाएंमित्रों चर्चा मंच के, देखो पन्ने खोल |
जवाब देंहटाएंआओ धक्का मार के, महंगा है पेट्रोल ||
--
शुक्रवारीय चर्चा मंच ।
रचना हाथों ले चली, खूब करारा बेंत।
जवाब देंहटाएंअंडों को ले कर किया, क्या मारक संकेत।
सादर।