उलूक टाइम्स: आजादी

बुधवार, 15 अगस्त 2012

आजादी

देश बहुत
बड़ा है

आजादी

और
आजाद
देश को
समझने में
कौन पड़ा है

जितना भी
मेरी समझ
में आता है

मेरे घर
और
उसके लोगों
को देख कर

कोई भी
अनाड़ी

आजादी
का मलतब
आसानी से
समझ जाता है

इसलिये कोई
दिमाग अपना
नहीं लगाता है

देश
की आजादी
का अंदाज

घर
बैठे बैठे ही
जब लग जाता है

अपना
काम तो भाई
आजादी से
चल जाता है

कहीं
जाये ना जाये

आजाद
15 अगस्त
और
26 जनवरी
को तो
पक्का ही
काम पर जाता है

झंडा फहराता है
सलामी दे जाता है
राष्ट्रगीत में बकाया
गा कर भाग लगाता है

आजादी
का मतलब
अपने बाकी
आये हुऎ
आजाद भाई बहनो
चाचा ताइयों को
समझाता है

वैसे
सभी को
अपने आप में
बहुत समझदार
पाया जाता है

क्योंकी
आजादी को
समझने वाला ही
इन दो दिनो के
कार्यक्रमों में
बुलाया जाता है

फोटोग्राफर
को भी
एक दिन का काम
मिल जाता है

अखबार के
एक कालम को
इसी के लिये
खाली रखा
जाता है

किसी
एक फंड
से कोई
मिठाई सिठाई
भी जरूर
बंटवाता है

जय हिन्द
जय भारत के
नारों से
कार्यक्रम का
समापन कर
दिया जाता है

इसके
बाद के
365 दिन
कौन कहाँ
जाने वाला है

कोई
किसी को
कभी नहीं
बताता है

अगले साल
फिर मिलेंगे
झंडे के साथ
का वादा
जरुर किया जाता है

जब सब कुछ
यहीं बैठ कर
पता चल जाता है

तो
कौन बेवकूफ
इतना बडे़ देश

और
उसकी आजादी
को समझने के
लिये जाता है।

9 टिप्‍पणियां:

  1. वे क़त्ल होकर कर गये देश को आजाद,
    अब कर्म आपका अपने देश को बचाइए!

    स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाए,,,,
    RECENT POST...: शहीदों की याद में,,

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  2. आजादी का आजकल, मतलब निकले ढेर |
    चीर मेमने को धरे, मिसरा झूठे शेर |
    मिसरा झूठे शेर, फेर में गर पड़ जाएँ |
    छट्ठी का माँ कसम, याद हम दूध कराएँ |
    आजादी का अर्थ, नहीं है ऐसा प्यारे |
    घुसो उठाये सींग, किसी का पेट विदारे ||

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  3. वो कत्ल खुद हो ,देश को कर गए आज़ाद ,आज़ाद देश को अब कत्ल क्या हलाल करें हम ,पूँजी देश की स्विस में बर्बाद करें हम . ये कैसी आज़ादी है यह कैसा देश है दोस्तों जहां चन्द्र शेखर आज़ाद पार्क ,इलाहाबाद झाड झाड़ियों से घिरा हुआ है ,घुसकर कोई दिखाए तो जाने ,जलियाँ वाला बाग़ कोई पहचाने तो जाने जो देश अपने शहीदों का आदर नहीं करता अपने इतिहास से प्यार नहीं करता वह आज़ादी का मतलब भी ठीक से नहीं जानता .ये आजादी क्या इसीलिए मिली थी हम एक राष्ट्री रोबोट को राजपाट सौंप दें और कारोबार इटली से हो ...जब से पीजा ,पास्ता हुए मूल आहार ,इटली से चलने लगा सारा कारोबार . यहाँ भी पधारें -
    ram ram bhai
    बुधवार, 15 अगस्त 2012
    TMJ Syndrome
    TMJ Syndrome
    http://veerubhai1947.blogspot.com/

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  4. हम तो आज़ाद ठहरे...ऐसी-वैसी बातों पर ध्यान ही नहीं देते !

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  5. बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
    स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!

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  6. आज़ादी बड़े लोगों की बोली में
    और छोटे लोगों की बडबड़ाहट में है ...
    छोटे आज़ादी की बात करें तो आगे थाना और जेल है
    बड़े लोगों के लिए आज़ादी
    अधिकार और आनंद का मेल है .....

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  7. बड़ी बेबाकी से कड़वी सच्चाई लिख डाली....
    फिर भी आज शुभकामनाएं तो बनती ही हैं....
    स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!
    सादर
    अनु

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  8. आठ साल हो गए आज़ाद हर साल आता है ,बीमारी का मतलब समझाता है ,
    गनीमत है अगले साल ,कोई और आज़ाद सा दिखने वाला प्राणि आयेगा ,
    लाल किले से फिर आज़ादी का मतलब और लक्षण समझाएगा ,
    सिर्फ और सिर्फ बीमारी बतलायेगा ,......अच्छी पोस्ट .

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