उलूक टाइम्स: सत्ता

रविवार, 13 सितंबर 2009

सत्ता


बरसोंं के 

कौओं 
के राज से 
उकताकर

कबूतरोंं 
ने सत्ता सम्भाली

और 
अब 
वे भी बहुत अच्छा 

कांव कांव 
करने लगे हैं।

7 टिप्‍पणियां:

  1. सत्त के पत्तो पे एक तरफ़ अलग अलग जानवरो की फोटो हो सकती है पर दूस्री तरफ़ तो वही ताश के ५२ पत्ते होते है
    उन्को फ़ेन्ट भी लो तो भी वो वही ५२ पत्ते रह्ते है.

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  2. avinaaash ji bahut hee sateek likhaa hai .mai gad gad ho gayaa. uchch koti kee kavitaa.dhanyavaad sweekaren.

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  3. सत्ता की होती है ये ख़ास बात
    जो बैठ जाता है ,एक बार
    उसके रंग में रंग जाता है
    कव्वा हो या कबूतर
    कुर्सी के संग हो जाता है ....

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  4. हां वे नहीं थे सफेद कबूतर
    उन पर कव्‍वों का था असर
    सफेद को बुलाओ तो आ जायेगा
    जंगली है न
    देश को ही खा जायेगा

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  5. आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों के आनन्द में मंगलवार 26 नवंबर 2024 को लिंक की जाएगी .... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ... धन्यवाद! !

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