चार लोगों को
जो अपने साथ खड़ा भी नहीं कर सकता हो
वो भला सच्चा कैसे हो सकता है
सब के साथ में सब जगह दिखेगा
कुछ नहीं कहेगा कुछ नहीं लिखेगा
वो जरूर अच्छा हो सकता है
अच्छे और सच्चे होने की परिभाषा
निर्धारित की जा चुकी है
सदन में पास हो चुकी है अखबार में छापी जा चुकी है
जल्दी ही इसके लिये निविदा
एक निकाली भी जाने वाली है
अच्छे और सच्चे होने के लाइसेंस
सरकार जल्दी ही बनवा के बंटवाने वाली है
छोटे छोटे गली नुक्कड़ के अपराधों के लिये
किसी को कोई सजा अब नहीं दी जाने वाली है
अपने अपने हिसाब से
जिसको जो अच्छा लगता हो प्रायोजित करवा सकता है
जिसे धरना कराना हो वो धरना करा सकता है
जिसे किसी को उठवाना हो
वो उसे उठा के अपने घर में रखवा सकता है
जल्दी ही इन सब पर
नियम कानून की किताब बन के आ जाने वाली है
छोटी मोटी घटनाओं की बड़ती आवृति से
पुलिस भी अब निजात पा जाने वाली है
बुद्धिजीवियों को भी गुंडागर्दी करने की
कुछ छूट भी इसमें दी जाने वाली है
कुछ छूट भी इसमें दी जाने वाली है
राजनैतिक दल से जुडे़ होने पर
दल की हैसियत के अनुसार
कम बाकी कर दी जाने वाली है
सरकार के दल से जुडे़ अच्छे और सच्चे को
छूट के साथ ईनाम भी दिया जायेगा
सरकार के कमीशन का कुछ प्रतिशत
उसके खाते में अपने आप जमा जा के हो जायेगा
रोज रोज छोटे मोटे हाथ साफ करने से
कुछ तो राहत वो पायेगा
विपक्ष का भी ध्यान रखा जायेगा
उनके अच्छे और सच्चे लोगों को
उनके अपने हिसाब से काम करने दिया जायेगा
बस उनको ये बता दिया जायेगा
कि पक्ष के अच्छे और सच्चे लोगों से
उनका कोई भी आदमी कहीं भी नहीं टकरायेगा
ऊपर वालों को कुछ दिखाने के लिये कुछ करना
अगर बहुत जरूरी हो जायेगा
ऎसे समय में जो किसी भी दल में नहीं होगा
उससे पंगा ले लिया जायेगा
जिसका कोई नहीं होगा
वो किसी के पास अपनी फरियाद ले कर नहीं जा पायेगा
जनता सुखी होगी उन्नति करेगी
डर सबका भाग जायेगा
मुसीबत आ भी गई कभी सामने तो
अच्छा आदमी सच्चा होने का
लाइसेंस निकाल के दिखायेगा ।
चित्र साभार:
https://economictimes.indiatimes.com/
ऐसा ही होने जा रऐसा ही होने जा रहा है , वास्तव में.हा है , वास्तव में.
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया उम्दा प्रस्तुति,,,
जवाब देंहटाएंRECENT POST : फूल बिछा न सको
बहुत सुन्दर प्रस्तुति.. आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी पोस्ट हिंदी ब्लॉग समूह में सामिल की गयी और आप की इस प्रविष्टि की चर्चा कल - रविवार -01/09/2013 को
जवाब देंहटाएंचोर नहीं चोरों के सरदार हैं पीएम ! हिंदी ब्लॉग समूह चर्चा-अंकः10 पर लिंक की गयी है , ताकि अधिक से अधिक लोग आपकी रचना पढ़ सकें . कृपया आप भी पधारें, सादर .... Darshan jangra
सच्चा और अच्छा आदमी.........उसके लिये जगह कहां है .
जवाब देंहटाएंआपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" शुक्रवार 21 अगस्त 2020 को साझा की गयी है......... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंवाह!सर ,बहुत खूब ! सच्चा होने का लाइसेंस भी शायद इसी तरह बेईमानी से दिया जाएगा ..।
जवाब देंहटाएंआपकी लिखी रचना "पांच लिंकों के आनन्द में" रविवार 11 जुलाई 2024 को लिंक की जाएगी .... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ... धन्यवाद! !
जवाब देंहटाएं"...
जवाब देंहटाएंसरकार के कमीशन का कुछ प्रतिशत
उसके खाते में अपने आप जमा जा के हो जायेगा
रोज रोज छोटे मोटे हाथ साफ करने से
कुछ तो राहत वो पायेगा
...''
वाह! बेहतरीन। अपनी बातों को कहने के लिए कितने बेहतरील ढंग से भूमिका बाँधते हैं। अद्भूत।