पहलू
और उसपर
दिल का होना
पता
चल जाता है
जिस दिन से
शुरू हो जाती है
कसमसाहट
हमारे पुराने
जमाने में भी
कोई नया जो
क्या होता था
ऎसा ही होता था
पर थोड़ा सा
परदे में होता था
स्टेज एक में
धक धक करने
लगता था
स्टेज दो में
उछलने लगता था
स्टेज तीन में
किसी के कंट्रोल
में चला जाता था
स्टेज चार में
भजन गाना शुरु
हो जाता था
अब तो डरता
भी नहीं है
बस लटक जाता है
बहुत
मजबूती से
बाहर से ही
दिखाई
देता है कि है
स्टेज वैसे ही
एक से चार
ही हो रही हैं
गजब का स्टेमिना है
चौथे में जाकर
भी बहार हो रही है
इस जमाने के
कर रहे हों तो
अजूबा सा नहीं लगता
हमारे जमाने के
कुछ कुछ में
हलचल
लगातार हो रही है
ऎ छोटे से
खिलौने
मान जा
इतनी सी
शराफत
तो दिखा जा
पुराने
जमाने के
अपने भाई बहनों
को थोड़ा समझा जा
अभी भी कटेगा
तो कुछ हाथ नहीं
किसी के आयेगा
फिर से उसी बात
को दोहराया जायेगा
कतरा ए खून
ही गिरेगा
वो भी किसी के
काम में नहीं आयेगा
दिल है तो क्या
गुण्डा गर्दी पर
उतर जायेगा।
और उसपर
दिल का होना
पता
चल जाता है
जिस दिन से
शुरू हो जाती है
कसमसाहट
हमारे पुराने
जमाने में भी
कोई नया जो
क्या होता था
ऎसा ही होता था
पर थोड़ा सा
परदे में होता था
स्टेज एक में
धक धक करने
लगता था
स्टेज दो में
उछलने लगता था
स्टेज तीन में
किसी के कंट्रोल
में चला जाता था
स्टेज चार में
भजन गाना शुरु
हो जाता था
अब तो डरता
भी नहीं है
बस लटक जाता है
बहुत
मजबूती से
बाहर से ही
दिखाई
देता है कि है
स्टेज वैसे ही
एक से चार
ही हो रही हैं
गजब का स्टेमिना है
चौथे में जाकर
भी बहार हो रही है
इस जमाने के
कर रहे हों तो
अजूबा सा नहीं लगता
हमारे जमाने के
कुछ कुछ में
हलचल
लगातार हो रही है
ऎ छोटे से
खिलौने
मान जा
इतनी सी
शराफत
तो दिखा जा
पुराने
जमाने के
अपने भाई बहनों
को थोड़ा समझा जा
अभी भी कटेगा
तो कुछ हाथ नहीं
किसी के आयेगा
फिर से उसी बात
को दोहराया जायेगा
कतरा ए खून
ही गिरेगा
वो भी किसी के
काम में नहीं आयेगा
दिल है तो क्या
गुण्डा गर्दी पर
उतर जायेगा।
अच्छी प्रस्तुति ,,,
जवाब देंहटाएंRECENT POST ...: आई देश में आंधियाँ....
जिगरा वाले आज कल, बड़े कलेजे-दार ।
जवाब देंहटाएंदिल छोटा सा कल लिए, घूमे हम बेकार ।
घूमे हम बेकार, चरण चौथे में जाएँ ।
बिकता देखें प्यार, लौट के चौथी आये ।
रविकर रो दिन चार, हार कर कविता रचते ।
किन्तु आज का प्यार, देख सिर चढ़ कर नचते ।।
अच्छी प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंनए अंदाज़ में समझाया :-)
जवाब देंहटाएंदिल उसका ही नाम है, जिसमें हों अरमान।
जवाब देंहटाएंदिल से होती सुमन की, दुनिया में पहचान।।
वाह: बहुत अच्छी रचना ..
जवाब देंहटाएंवाह ... बेहतरीन प्रस्तुति।
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