आप
कुछ भी
कह कर
के देखो
वो उस पर
कुछ कुछ
कह ही
जाते हैं
कुछ
जनाब
कुछ भी
हो जाये
कुछ नहीं
कह कर
जाते हैं
कुछ को
हमेशा
कुछ ना
कुछ होता
रहता है
कुछ ने
देखा नहीं
कुछ कहीं
कुछ कुछ
होना उनको
शुरु होता है
कुछ हुआ
है या नहीं
कुछ को
कुछ तो
जरूर पता
होता है
जाकर
देखना
पड़ता है
कुछ इस
सब के लिये
कुछ ना कुछ
कुछ जगह
पक्का ही
लिखा होता है
कुछ नहीं
भी हो कहीं
तो भी
क्या होता है
कुछ हो
जाता है
अगर तब
भी कौन
सा कुछ
होता है
कुछ होने
या ना
होने से
कुछ
बहुत कुछ
कहने से
बच जाते है
कुछ
कहूंगा
पक्का
सोचते हैं
पर कुछ
कहने से
पहले ही
कुछ भ्रमित
हो जाते हैं
कुछ
आते हैं
कुछ
जाते है
कुछ
पढ़ते हैं
कुछ
लिखते हैं
कुछ
कुछ
भी नहीं
करते हैं
बस कुछ
करने
वालों
से कुछ
दुखी हो
जाते हैं
कुछ दिन
कुछ नहीं
करते हैं
कुछ दिन
बाद फिर
कुछ कुछ
करना शुरू
हो जाते हैं ।
कुछ भी
कह कर
के देखो
वो उस पर
कुछ कुछ
कह ही
जाते हैं
कुछ
जनाब
कुछ भी
हो जाये
कुछ नहीं
कह कर
जाते हैं
कुछ को
हमेशा
कुछ ना
कुछ होता
रहता है
कुछ ने
देखा नहीं
कुछ कहीं
कुछ कुछ
होना उनको
शुरु होता है
कुछ हुआ
है या नहीं
कुछ को
कुछ तो
जरूर पता
होता है
जाकर
देखना
पड़ता है
कुछ इस
सब के लिये
कुछ ना कुछ
कुछ जगह
पक्का ही
लिखा होता है
कुछ नहीं
भी हो कहीं
तो भी
क्या होता है
कुछ हो
जाता है
अगर तब
भी कौन
सा कुछ
होता है
कुछ होने
या ना
होने से
कुछ
बहुत कुछ
कहने से
बच जाते है
कुछ
कहूंगा
पक्का
सोचते हैं
पर कुछ
कहने से
पहले ही
कुछ भ्रमित
हो जाते हैं
कुछ
आते हैं
कुछ
जाते है
कुछ
पढ़ते हैं
कुछ
लिखते हैं
कुछ
कुछ
भी नहीं
करते हैं
बस कुछ
करने
वालों
से कुछ
दुखी हो
जाते हैं
कुछ दिन
कुछ नहीं
करते हैं
कुछ दिन
बाद फिर
कुछ कुछ
करना शुरू
हो जाते हैं ।
कुछ हो जाते लोग जब, कुछ समझा तब देश ।
जवाब देंहटाएंकुछ-कुछ ऐसा कहें वे, कुछ को लगती ठेस ।
कुछ को लगती ठेस, आज कुछ नहीं लिखेंगे ।
दिन में जाते सोय, रात भी नहीं दिखेंगे ।
धन्य-धन्य उल्लूक, पुत्र दुबई से पूछा ।
धांसू टिप्पण-कार, कौन आया यह छूछा ।।
कल सुपुत्र आपके बारे में पूछ रहे थे --
धांसू टिप्पण-कार, आज बैठा क्यूँ छूछा ??
हटाएंबहुत अच्छी प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंइस प्रविष्टी की चर्चा आज रविवार के चर्चा मंच पर भी होगी!
सूचनार्थ!
आप में कुछ तो है...!
जवाब देंहटाएंआपकी रचना में बहुत कुछ है ..
जवाब देंहटाएंसुंदर !
बहुत ही बेहतरीन पोस्ट है..
जवाब देंहटाएंरोचक....
:-)
कुछ आते हैं
जवाब देंहटाएंकुछ जाते है
कुछ पढ़ते हैं
कुछ लिखते है
कुछ कुछ भी
नहीं करते हैं
बस कुछ करने
वालों से कुछ
दुखी हो जाते हैं
बहुत गहरे भाव लिए आपने ये रचना लिखी है.जो अपने आप में बहुत कुछ लिए हुए है.बस इसे समझने के लिए कुछ गौर करना पड़ता है.
Best of Luck.
मोहब्बत नामा
मास्टर्स टेक टिप्स
कुछ नहीं है या
जवाब देंहटाएंकुछ ही कुछ है ..
bahut hi khubsurat post ....
जवाब देंहटाएंbahut kuch hai sir ji ...
कुछ भी नहीं पर बहुत कुछ --पढ़ने के बाद कुछ कुछ होता है -और न तो में कुछ कहूँगा न ही कुछ लिखूंगा क्योकि में उन कुछ में से कुछ नहीं |
जवाब देंहटाएंकहने को कुछ है नहीं, फिर भी कुछ है खास।
जवाब देंहटाएंजोशी जी की पोस्ट में, मीठी तरल सुवास।।