समय खराब है बहुत खराब है
इतना खराब है
इससे खराब होगा
कहे बिन कोई रह नहीं सकता है
खासियत है
खासियत है
इस खराब समय की
जैसा है ऐसा
कई दशकों तक फिर कभी होगा
पक्का
कोई कह नहीं सकता है
कुछ हो ना हो
हर किसी के पास इस समय
समय का दिया
किसी ना किसी तरह का
एक फूटा कटोरा है
जो कभी
चोरी हो नहीं सकता है
किसी कटोरे में भूख है
किसी कटोरे में प्यास है
किसी कटोरे में आस है
किसी कटोरे में विश्वास है
पर है
सबके पास है
एक कटोरा है
जिसे कोई
किसी हाल में भी
खो नहीं सकता है
किसी छोटे का छोटा है तो
किसी बड़े का इतना बड़ा है कि
सारे कटोरे उस में समा जायें
कटोरों का
ऐसा दुर्लभ महासम्मेलन
फिर कब हो
ऐसा मौका कटोरे वाला खो नहीं सकता है
ज्ञानी समझा रहे हैं
ज्ञानियों की मजबूरी भी है
ज्ञान बाँटना
ना बाँटें
तो खुद उनका ज्ञान
छलकना शुरु हो जाये
सम्भालना ही
मुश्किल हो जाये
उनको ही गजबजाये
यहाँ वहाँ
खेत खलिहान सड़क मैदान
ज्ञान से लबालब हो जायें
ज्ञान की बाढ़ में
ज्ञानी डूब कर मर खप जायें
मुश्किल ये है
कि
छलछलाता छलबलाता ज्ञान
किसी तरह
थोड़ा सा हर कटोरे में चला जाये
हर किसी के पास
कुछ हो जाये
और आते आते रह गया
अच्छा समय
हौले से धीरे से पास आकर
कटोरे लिये हुओं को खटखटाये
तैयार रहें फिर से आ रहा हूँ
कटोरा ले कर
इस बार भी दें एक मौका और
याद करते हुऐ
कटोरे में कटोरा
बेटा बाप से भी गोरा
‘उलूक’
ठंड रख मान भी जा
तेरा कुछ नहीं हो सकता है
अपना कटोरा
सम्भाल के किसलिये रखता है
फूटा कटोरा है
चोरी हो नहीं सकता है ।
चित्र साभार: https://blair.holliefindlaymusic.com/
जैसा है ऐसा
कई दशकों तक फिर कभी होगा
पक्का
कोई कह नहीं सकता है
कुछ हो ना हो
हर किसी के पास इस समय
समय का दिया
किसी ना किसी तरह का
एक फूटा कटोरा है
जो कभी
चोरी हो नहीं सकता है
किसी कटोरे में भूख है
किसी कटोरे में प्यास है
किसी कटोरे में आस है
किसी कटोरे में विश्वास है
पर है
सबके पास है
एक कटोरा है
जिसे कोई
किसी हाल में भी
खो नहीं सकता है
किसी छोटे का छोटा है तो
किसी बड़े का इतना बड़ा है कि
सारे कटोरे उस में समा जायें
कटोरों का
ऐसा दुर्लभ महासम्मेलन
फिर कब हो
ऐसा मौका कटोरे वाला खो नहीं सकता है
ज्ञानी समझा रहे हैं
ज्ञानियों की मजबूरी भी है
ज्ञान बाँटना
ना बाँटें
तो खुद उनका ज्ञान
छलकना शुरु हो जाये
सम्भालना ही
मुश्किल हो जाये
उनको ही गजबजाये
यहाँ वहाँ
खेत खलिहान सड़क मैदान
ज्ञान से लबालब हो जायें
ज्ञान की बाढ़ में
ज्ञानी डूब कर मर खप जायें
मुश्किल ये है
कि
छलछलाता छलबलाता ज्ञान
किसी तरह
थोड़ा सा हर कटोरे में चला जाये
हर किसी के पास
कुछ हो जाये
और आते आते रह गया
अच्छा समय
हौले से धीरे से पास आकर
कटोरे लिये हुओं को खटखटाये
तैयार रहें फिर से आ रहा हूँ
कटोरा ले कर
इस बार भी दें एक मौका और
याद करते हुऐ
कटोरे में कटोरा
बेटा बाप से भी गोरा
‘उलूक’
ठंड रख मान भी जा
तेरा कुछ नहीं हो सकता है
अपना कटोरा
सम्भाल के किसलिये रखता है
फूटा कटोरा है
चोरी हो नहीं सकता है ।
चित्र साभार: https://blair.holliefindlaymusic.com/