कभी कुछ
अलग सा
कुछ ऐसा
भी लिख
जिसे नहीं
पढ़ने वाला
भी
थोड़ा सा
पढ़ सके
कुछ ऐसा
जो किसी
झूमती हुई
कलम से
रंगबिरंगी
स्याही से
इंद्रधनुष
सा
लिखा हुआ
आसमान
पर दिखे
कुछ देर
के लिये
ही सही
रोज की
चिल्ल पौं से
थोड़ी देर के
लिये सही
आँख कान
नाक हटे
नहीं पीने
वाले को
कुछ पीने
जैसा लगे
नशा सा
लिखा हो
नशा ही
लिखा हो
पढ़े कोई
तो झूमती
हुई कलम
सफेद कागज
के ऊपर
इधर उधर
लहराती
सी दिखे
हर कोई
शराबी हो
ये जरूरी नहीं
नशा पढ़ के
हो जाने में
कोई खराबी नहीं
लिख मगर
ऐसा ही
कुछ
पढ़े कोई
तो पढ़ता
ही रहे
पढ़ के
हटे कुछ
लड़खड़ाये
इतना नही
कि
जा ही गिरे
रोज ही के
लिये नहीं
है गुजारिश
पर लिखे
कभी किसी
दिन ऐसा
कुछ भी हो
कहीं कुछ
अलग
सा दिखे
अलग सा
कुछ लगे
मुझे
ना सही
तुझे
ही लगे ।
अलग सा
कुछ ऐसा
भी लिख
जिसे नहीं
पढ़ने वाला
भी
थोड़ा सा
पढ़ सके
कुछ ऐसा
जो किसी
झूमती हुई
कलम से
रंगबिरंगी
स्याही से
इंद्रधनुष
सा
लिखा हुआ
आसमान
पर दिखे
कुछ देर
के लिये
ही सही
रोज की
चिल्ल पौं से
थोड़ी देर के
लिये सही
आँख कान
नाक हटे
नहीं पीने
वाले को
कुछ पीने
जैसा लगे
नशा सा
लिखा हो
नशा ही
लिखा हो
पढ़े कोई
तो झूमती
हुई कलम
सफेद कागज
के ऊपर
इधर उधर
लहराती
सी दिखे
हर कोई
शराबी हो
ये जरूरी नहीं
नशा पढ़ के
हो जाने में
कोई खराबी नहीं
लिख मगर
ऐसा ही
कुछ
पढ़े कोई
तो पढ़ता
ही रहे
पढ़ के
हटे कुछ
लड़खड़ाये
इतना नही
कि
जा ही गिरे
रोज ही के
लिये नहीं
है गुजारिश
पर लिखे
कभी किसी
दिन ऐसा
कुछ भी हो
कहीं कुछ
अलग
सा दिखे
अलग सा
कुछ लगे
मुझे
ना सही
तुझे
ही लगे ।
आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 21-11-2013 की चर्चा में है
जवाब देंहटाएंकृपया चर्चा मंच पर पधारें
धन्यवाद
सुन्दर प्रस्तुति-
जवाब देंहटाएंआभार आदरणीय-
कभी कुछ अलग सा
जवाब देंहटाएंकुछ ऐसा भी लिख
जिसे नहीं पढ़ने वाला
भी थोड़ा सा पढ़ सके
कुछ ऐसा जो किसी
झूमती हुई कलम से
रंगबिरंगी स्याही से
इंद्रधनुष सा लिखा
हुआ आसमान पर दिखे
बहुत सुंदर.
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