चलिये
आज कुछ
मूड बदल
दिया जाये
कुछ
रूमानी
बातों में
दिल को अपने
जबरदस्ती धकेल
लिया जाये
कहाँ से
करें शुरू
कि
मजा ही मजा
हो जाये
पिताजी
आज बिजली
वाला आया था
पुराने
बहुत से बिल
जमा नहीं हुवे हैं
समझाने आया था
छोड़िये भी
रहने दीजिये
इधर से भी
ध्यान हटाते हैं
बारिश
नहीं हो रही है
बहुत समय से
लोग बताते हैं
कुछ
बादलों की
सोच कर
सपनों में ही सही
नमी ले आते हैं
सुनते हो जी
गैस का सिलिण्डर
वापिस आ गया है
मेट को
गाड़ी वाले ने
वापिस लौटा दिया है
कल से स्टोव में
खाना बनाइयेगा
आज
अभी जा के
कैरोसिन
पाँच लीटर
जरा बाजार से
ब्लैक में ले आइयेगा
उफ
एक कोशिश
अंतिम कोशिश
क्या पता
मूड बन ही जाये
अंधे
के हाथ में
कानी बटेर
कहीं
से आ जाये
इंद्रधनुष
देखे सोचे हुवे
एक अर्सा बीत गया
रंगों को
सब काला सफेद
मौका मिलते ही
हर कोई कर गया
चलो
घर पर ही
उसे बना लिया जाये
बल्ब की
तेज रोशनी करके
पानी की फुहारों को
हवा में उडा़या जाये
आम
जनता को
सूचित किया जाता है
बिजली
कटौती से
चूंकि पम्प नहीं
चल पाता है
अगले
दो दिन पानी
नहीं आ पायेगा
जिसे प्यास
लग ही गयी
बिसलेरी बाजार से
अपने लिये खरीद
के ले आयेगा
रहने भी
दीजिये
किसी
और दिन अब
खुश रहने
का जुगाड़
कर लिया जायेगा
आज भी
कटे फटे
मुद्दों पर ही ध्यान
लगाया जायेगा
पढ़ने
वाले भी
इसी के आदी
हो चुके हैं
खाली
कहीं नई
रंगीन बात
छपी देख
कर यहां
किसी को
तेज बुखार
आ जायेगा ।
आज कुछ
मूड बदल
दिया जाये
कुछ
रूमानी
बातों में
दिल को अपने
जबरदस्ती धकेल
लिया जाये
कहाँ से
करें शुरू
कि
मजा ही मजा
हो जाये
पिताजी
आज बिजली
वाला आया था
पुराने
बहुत से बिल
जमा नहीं हुवे हैं
समझाने आया था
छोड़िये भी
रहने दीजिये
इधर से भी
ध्यान हटाते हैं
बारिश
नहीं हो रही है
बहुत समय से
लोग बताते हैं
कुछ
बादलों की
सोच कर
सपनों में ही सही
नमी ले आते हैं
सुनते हो जी
गैस का सिलिण्डर
वापिस आ गया है
मेट को
गाड़ी वाले ने
वापिस लौटा दिया है
कल से स्टोव में
खाना बनाइयेगा
आज
अभी जा के
कैरोसिन
पाँच लीटर
जरा बाजार से
ब्लैक में ले आइयेगा
उफ
एक कोशिश
अंतिम कोशिश
क्या पता
मूड बन ही जाये
अंधे
के हाथ में
कानी बटेर
कहीं
से आ जाये
इंद्रधनुष
देखे सोचे हुवे
एक अर्सा बीत गया
रंगों को
सब काला सफेद
मौका मिलते ही
हर कोई कर गया
चलो
घर पर ही
उसे बना लिया जाये
बल्ब की
तेज रोशनी करके
पानी की फुहारों को
हवा में उडा़या जाये
आम
जनता को
सूचित किया जाता है
बिजली
कटौती से
चूंकि पम्प नहीं
चल पाता है
अगले
दो दिन पानी
नहीं आ पायेगा
जिसे प्यास
लग ही गयी
बिसलेरी बाजार से
अपने लिये खरीद
के ले आयेगा
रहने भी
दीजिये
किसी
और दिन अब
खुश रहने
का जुगाड़
कर लिया जायेगा
आज भी
कटे फटे
मुद्दों पर ही ध्यान
लगाया जायेगा
पढ़ने
वाले भी
इसी के आदी
हो चुके हैं
खाली
कहीं नई
रंगीन बात
छपी देख
कर यहां
किसी को
तेज बुखार
आ जायेगा ।
कहाँ से ढूंढे वो कोना जिसमे छुप के सपनो को जिया जाए
जवाब देंहटाएंबहुत रोचक सच्चाई से सराबोर रचना
रोचक सटीक बेहतरीन क्षणिकाए,,
जवाब देंहटाएं