एक लड़की
हमेशा बहुत
खुश दिखती थी
शादी के सोलह
साल बाद
उम्मीद होने
से उसकी
खुशी दुगुनी
हो गयी थी
इंतजार की
घड़ियां कुछ
लम्बी जरूर
हो गयी थी
मगर होते
होते बहुत
छोटी हो
गयी थी
दो दिन
पहले
ही उससे
राह चलते
मुलाकात
भी हो
गई थी
कल हुई
थी सर्जरी
जो आजकल
के जमाने में
आम बात
हो गयी थी
बेटा हुआ
था और
खुशी की
बरसात
हो गयी थी
बस एक दिन
के बाद की
खबर आम
हो गई थी
खुशी खुशी
वो इस दुनिया
से ही विदा
हो गई थी
डाक्टर ने
बताया
इतना खुश
हो गई थी
कि हमेशा
के लिये ही
सो गई थी
पहली बार
ही ऐसी बात
कुछ सुनी थी
मेरे लिये नयी
बस नयी सी थी
बीमारी से नहीं
खुशी से
हो गई थी
एक खुश
मिजाज लड़की
इतना खुश
हो गयी थी
मौत के साथ
खुशी खुशी
विदा हो गयी थी ।
हमेशा बहुत
खुश दिखती थी
शादी के सोलह
साल बाद
उम्मीद होने
से उसकी
खुशी दुगुनी
हो गयी थी
इंतजार की
घड़ियां कुछ
लम्बी जरूर
हो गयी थी
मगर होते
होते बहुत
छोटी हो
गयी थी
दो दिन
पहले
ही उससे
राह चलते
मुलाकात
भी हो
गई थी
कल हुई
थी सर्जरी
जो आजकल
के जमाने में
आम बात
हो गयी थी
बेटा हुआ
था और
खुशी की
बरसात
हो गयी थी
बस एक दिन
के बाद की
खबर आम
हो गई थी
खुशी खुशी
वो इस दुनिया
से ही विदा
हो गई थी
डाक्टर ने
बताया
इतना खुश
हो गई थी
कि हमेशा
के लिये ही
सो गई थी
पहली बार
ही ऐसी बात
कुछ सुनी थी
मेरे लिये नयी
बस नयी सी थी
बीमारी से नहीं
खुशी से
हो गई थी
एक खुश
मिजाज लड़की
इतना खुश
हो गयी थी
मौत के साथ
खुशी खुशी
विदा हो गयी थी ।
बहुत सुंदर .
जवाब देंहटाएंअच्छी रचना !!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
जवाब देंहटाएंआपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज बुधवार (25-09-2013) टोपी बुर्के कीमती, सियासती उन्माद ; चर्चा मंच 1379... में "मयंक का कोना" पर भी है!
हिन्दी पखवाड़े की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
आप की इस प्रविष्टि की चर्चा कल {बृहस्पतिवार} 26/09/2013 को "हिंदी ब्लॉगर्स चौपाल {चर्चामंच}" पर.
जवाब देंहटाएंआप भी पधारें, सादर ....राजीव कुमार झा
बेहतरीन.
जवाब देंहटाएंजय जय जय घरवाली