तुम्हारे सुबह किये गये
प्रश्न का
उत्तर देने जा रहा हूँ
उत्तर देने जा रहा हूँ
पूछ रहे थे तुम
कौन सी कहानी ले कर
आज शाम को आ रहा हूँ
कहानी और कविता
लेखक और कवि लिखा करते हैं जनाब
मैं तो
बस रोज की तरह
बस रोज की तरह
वही कुछ बताने जा रहा हूँ
जो देख सुन कर आ रहा हूँ
कहानियाँ बनाने वाले
कहानियाँ रोज ही बनाते हैं
उनका काम ही होता है
कहानियां बनाना
वो कहानियां बना कर
इधर उधर फैलाते हैं
कुछ फालतू लोग
जो उन कहानियों को समझ नहीं पाते हैं
उठा के यहां ले आते हैं
कहानियाँ
बनाने वाले को चलानी होती है
कोई ना कोई कार या सरकार
कहीं ना कहीं
उनके पास होते हैं
अपने काम को छोड़ कर
काम कई
वो काम करते हैं
बकवास करने से हमेशा कतराते हैं
सारे के सारे कर्मयोगी
इसीलिये
इसीलिये
हमेशा एक साथ
एक जगह पर नजर आते हैं
कहानियाँ बनाने वाले
जन्म देते हैं
जन्म देते हैं
एक ही नहीं कई कहानियों को
त्याग देखिये उनका
कभी किसी कहानी को
खुद पढ़ने के लिये कहीं नहीं जाते हैं
काम के ना काज के दुश्मन अनाज के
कुछ लोग कहानियाँ
बताने वाले बन जाते हैं
पूरा देश ही चल रहा है
कहानी बनाने वालों से
आप और हम तो बस
एक कहानी को पीटने के लिये
रोज यहां चले आते हैं ।
चित्र सभार: https://www.dreamstime.com/
आपकी उत्कृष्ट प्रस्तुति बुधवारीय चर्चा मंच पर ।।
जवाब देंहटाएंआपकी लिखी रचना की ये चन्द पंक्तियाँ.........
जवाब देंहटाएंपूरा देश ही चल रहा है
कहानी बनाने वालों से
आप और हम तो बस
एक कहानी को
पीटने के लिये रोज
यहां चले आते हैं !
बुधवार 09/10/2013 को
http://nayi-purani-halchal.blogspot.in
को आलोकित करेगी.... आप भी देख लीजिएगा एक नज़र ....
लिंक में आपका स्वागत है ..........धन्यवाद!
बहुत खूब , प्रभावित करती सुंदर अभिव्यक्ति...!
जवाब देंहटाएंRECENT POST : अपनी राम कहानी में.
बहुत सुन्दर प्रस्तुति.. आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी पोस्ट हिंदी ब्लॉग समूह में सामिल की गयी और आप की इस प्रविष्टि की चर्चा - बुधवार - 09/10/2013 को कहानी: माँ की शक्ति - हिंदी ब्लॉग समूह चर्चा-अंकः32 पर लिंक की गयी है , ताकि अधिक से अधिक लोग आपकी रचना पढ़ सकें . कृपया पधारें, सादर .... Darshan jangra
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