नियमावली
जरूर छापिये
मोती जैसे
अक्षरों में
छपे हुऐ पन्ने
घर घर में
हर एक को
जा जा
कर बाँटिये
करा क्या है
किस ने आकर
किससे और
क्यों पूछना है
कुछ
अपने जैसों के
साथ मिल कर
नियमों की
धज्जियाँ टाँकिये
मूँछों हों तो
ताव दीजिये
नहीं हों तो
खाँचे में मूँछ के
अँगुलिया
फेर घुमा
चिढ़ा चिढ़ा
कर मौज काटिये
बहुत ज्यादा
गधा गधा
मत बाँचिये
गधों
की अब
तरक्की
कर ही डालिये
घोड़े
पुकार कर
उनकी खुशी में
उनके
साथ साथ
खुद भी नाँचिये
अपने
हिसाब के
आस पास के
किसी अस्तबल के
चक्रानुक्रमानुसार
तख़्त-ए-ताऊस छाँटिये
तीन साल तक
लगातार
घोड़े बना चुके
अपने अपने
गधों को
लम्बी दौड़ के
घोड़े बाँटिये
किसी से
चिढ़ हो
उसको
तीन टाँग टूटे
गधे की नकेल
थमा कर
घोड़ों की दौड़ में
शामिल होने का
आदेश थमा कर
उसके गिरने की
खबर दौड़ से
पहले छापिये
लिखने लिखाने से
किसलिये भागना
मत भागिये
कुछ भी लिखिये
गिनतियों से
लिखे लिखाये को
जरूर नापिये
गिनना
बहुत जरूरी है
कितना लिख गये
गिनती नहीं आती
कोई बात नहीं
बगले मत झाँकिये
पैमाना
कोई होना
जरूरी है
मयखाने में
आने जाने
वालों के
जूते चप्पलों
की लम्बाई
ले कर ही सही
मगर
कुछ तो नापिये
रंग देखिये
रंग समझिये
रंग से झुड़े
करतबों के
ढंग समझिये
सरदार की
कठपुतलियाँ
बिना डोर के
पगलायी हुयी
अपने
आसपास
की समझिये
सरदार
को ही
बस खाली
एक अखबार
की खबर
पढ़ कर
मत डाँठिये
समझिये
बड़े घपले
के पर्दे होते हैं
छोटे छोटे
भ्रष्टाचार के
सुर्खियों से भरे
समाचार
थोड़ा सा रुकिये
इतनी जल्दी मत हाँफिये
पूरे के पूरे सड़े
हुऐ कद्दू के
एक बीज के
सड़े होने की
खबर को लेकर
पुतला फूँकने
के लिये मत भागिये
‘उलूक’
की बड़बड़
पूरे साल की
कोई नयी बात नहीं है
दो हजार उन्नीस में
मिलने वाला है
यहाँ कोई ईनाम
किसी एक को
उधर की ओर ताकिये
ईवीएम नहीं होगी
इस के लिये यहाँ
कुछ और जुगाड़
करना पड़ेगा
नेटवर्किंग
का जमाना है
नेटवर्किंग
के पर्फेक्ट
वर्किंग के लिये
अपने अपने वोट
कहाँ है जरा भाँपिये
अंत में सुझाव-ए-उलूक
पढ़े लिखे
बुद्धिजीवी से
उम्मीद मत रखिये
उसका दिमाग भी
एक बड़ा सा
पेट होता है
कुछ
बुद्धिजीवी
चने हो
आपके पास
तो बाँटिये ।
चित्र साभार: http://personligutvecklingcentrum.se
जरूर छापिये
मोती जैसे
अक्षरों में
छपे हुऐ पन्ने
घर घर में
हर एक को
जा जा
कर बाँटिये
करा क्या है
किस ने आकर
किससे और
क्यों पूछना है
कुछ
अपने जैसों के
साथ मिल कर
नियमों की
धज्जियाँ टाँकिये
मूँछों हों तो
ताव दीजिये
नहीं हों तो
खाँचे में मूँछ के
अँगुलिया
फेर घुमा
चिढ़ा चिढ़ा
कर मौज काटिये
बहुत ज्यादा
गधा गधा
मत बाँचिये
गधों
की अब
तरक्की
कर ही डालिये
घोड़े
पुकार कर
उनकी खुशी में
उनके
साथ साथ
खुद भी नाँचिये
अपने
हिसाब के
आस पास के
किसी अस्तबल के
चक्रानुक्रमानुसार
तख़्त-ए-ताऊस छाँटिये
तीन साल तक
लगातार
घोड़े बना चुके
अपने अपने
गधों को
लम्बी दौड़ के
घोड़े बाँटिये
किसी से
चिढ़ हो
उसको
तीन टाँग टूटे
गधे की नकेल
थमा कर
घोड़ों की दौड़ में
शामिल होने का
आदेश थमा कर
उसके गिरने की
खबर दौड़ से
पहले छापिये
लिखने लिखाने से
किसलिये भागना
मत भागिये
कुछ भी लिखिये
गिनतियों से
लिखे लिखाये को
जरूर नापिये
गिनना
बहुत जरूरी है
कितना लिख गये
गिनती नहीं आती
कोई बात नहीं
बगले मत झाँकिये
पैमाना
कोई होना
जरूरी है
मयखाने में
आने जाने
वालों के
जूते चप्पलों
की लम्बाई
ले कर ही सही
मगर
कुछ तो नापिये
रंग देखिये
रंग समझिये
रंग से झुड़े
करतबों के
ढंग समझिये
सरदार की
कठपुतलियाँ
बिना डोर के
पगलायी हुयी
अपने
आसपास
की समझिये
सरदार
को ही
बस खाली
एक अखबार
की खबर
पढ़ कर
मत डाँठिये
समझिये
बड़े घपले
के पर्दे होते हैं
छोटे छोटे
भ्रष्टाचार के
सुर्खियों से भरे
समाचार
थोड़ा सा रुकिये
इतनी जल्दी मत हाँफिये
पूरे के पूरे सड़े
हुऐ कद्दू के
एक बीज के
सड़े होने की
खबर को लेकर
पुतला फूँकने
के लिये मत भागिये
‘उलूक’
की बड़बड़
पूरे साल की
कोई नयी बात नहीं है
दो हजार उन्नीस में
मिलने वाला है
यहाँ कोई ईनाम
किसी एक को
उधर की ओर ताकिये
ईवीएम नहीं होगी
इस के लिये यहाँ
कुछ और जुगाड़
करना पड़ेगा
नेटवर्किंग
का जमाना है
नेटवर्किंग
के पर्फेक्ट
वर्किंग के लिये
अपने अपने वोट
कहाँ है जरा भाँपिये
अंत में सुझाव-ए-उलूक
पढ़े लिखे
बुद्धिजीवी से
उम्मीद मत रखिये
उसका दिमाग भी
एक बड़ा सा
पेट होता है
कुछ
बुद्धिजीवी
चने हो
आपके पास
तो बाँटिये ।
चित्र साभार: http://personligutvecklingcentrum.se